प्रसिद्ध वैज्ञानिक फ्रैंक प्लमर ने सऊदी SARS कोरोना वायरस पर अध्ययन किया और विनीपेग आधारित लैब में कोरोना वायरस (HIV) वैक्सीन पर भी काम कर रहे थे| यह वही लैब है जहाँ से चीनी जैव युद्ध एजेंटों द्वारा कोरोना वायरस की तस्करी की गयी थी| डॉ प्लमर की रहस्मय परिस्थितियों में मौत हो गयी| फ्रैंक प्लमर विनीपेग की राष्ट्रीय माइक्रोबायोलॉजी प्रयोगशाला में चीनी जैविक जासूसी मामले की एक अहम् कड़ी थे।
एक्सक्लूसिव रिपोर्ट: क्या कोरोना वायरस एक जैविक हथियार है
एक्सक्लूसिव इंटरव्यू देखिए: जैवयुद्ध विशेषज...