Dr. चार्ल्स लिबर (Charles Lieber) हार्वर्ड विश्वविद्यालय में नैनो-वैज्ञानिक हैं। उनपे हाल ही में अमेरिकी अधिकारियों द्वारा गुप्त रूप से चीन के लिए जासूसी करने का आरोप लगाया गया था। हालांकि, उनके काम की प्रकृति पर हमेशा ही एक रहस्य बना रहा है। यह कहा जाता है कि उन्हें नैनो-बैटरी में उन्नत शोध के लिए भर्ती किया गया था। लेकिन ग्रेटगेमइंडिया की जांच से पता चला है कि Dr. लिबर वायरस ट्रांसमीटर्स पर काम कर रहे थे। वायरस ट्रांसमीटर जो कि कोशिकीय कार्यों को प्रभावित किए बिना cell membrane में प्रवेश कर स...